*पशु चिकित्सालय बीमार, डॉक्टर व फार्मासिस्ट कर रहे हैं मौज, ग्रामीण परेशान*
*पराग जैन*
*रजवांस।* पशुओं को बीमारियों से बचाने और नस्ल सुधार के लिए नगर में स्थित पशु चिकित्सालय व्यवस्था बदहाल हैं, हाल यह है कि कहीं बिल्डिंग खस्ताहाल है, तो यहां पदस्थ डॉक्टर व फार्मासिस्ट मौज कर रहे हैं। पशु चिकित्सक कई महीनों एवं सालो से चिकित्सालय नहीं पहुंच रहा है। घर बैठे ही हर माह लक्ष्मी जी को पाकर धन्य महसूस कर ऐसी की हवा पाकर धन्य हो रहे हैं।
बारिश के मौसम में जब पशुओं को कई बीमारियों का डर होता है, ऐसे में पशु चिकित्सा का हाल मजेदार हैं, जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर की दूर मालथौन तहसील सहित नगर परिषद बरोदिया कलां के रजवांस का हैं, जिससे लगभग 32 गांव को जोड़ा गया हैं, लेकिन पशु चिकित्सालय तो बना है, जिसकी जिम्मेदारी एक प्राइवेट पार्ट टाइम के हाथ में हैं,न यहां पर्याप्त दवाइयां न ही सुबिधाये उपलब्ध होती हैं। लेकिन डॉक्टरों व फार्मासिस्टों कोई परवाह तक नहीं हैं, यहां पर पदस्त ABFO के पद पर मैडम जी हैं पर बो एक हफ्ते या महीने तो दूर सालों साल यहां से नदारद रहती हैं। जिससे मजबूर पशुपालक यहां वहां भटकने को मजबूर होते हैं।
*कई महीनों से नगर के युवा मिलकर कर रहे हैं इलाज*
नगर में पिछले कई सालों से यंगस्टार्स की एक टीम केबल जानवरो का बचाने का कार्य कर रही हैं। नगर में जानवर के घायल पड़े होने की सूचना मिलते ही ये पशु सेवक मौक़े पर पहुंच जाते हैं, उनकी तनमन से देखभाल करने लगते हैं जरूरत पड़ने उनकी सर्जरी तक कर देते हैं। हैरानी की बात तो यह हैं की इस टीम में कोई भी सदस्य जानवरो का डॉक्टर नहीं हैं, लेकिन इलाज के मामले में ये युवा किसी पशु चिकित्सक से कम नहीं हैं।
वही पशु सेवा समिति के सदस्यों ने बताया की उन्हें जानवरो से लगाव हैं और उनकी तकलीफे को देख नहीं पाते हैं, अबारा पशुओ के संख्या दिन पे दिन बढ़ती जा रही हैं जिससे सड़क पर जाम लगा रहता हैं और पशु साहित अन्य जानवर घायल दुर्घटना का शिखार हो जाते हैं, वही रजवांस पशु चिकत्सालय में न डॉक्टर एवं पर्याप्त दबा उपलब्ध हो पाती हैं, जिससे हम लोगों ने इंटरनेट और प्राइवेट कंपाउंडर की सलाह लेकर सीखा हैं, वर्षो से निस्वार्थ निजी बय कार्य कर रहे हैं, सूचना मिलने पर अपना अपना कार्य छोड़ कर सेवा देने पहुंच जाते हैं।
*लंबी वायरस का कहर*
वही ब्लॉक के ही ग्राम पंचायत हड़ली के बोबई में लंपी वायरस अपना का कहर बढ़पा रहा है, जिससे 6 पशुओं मौत हो गई हैं, जिससे पशु विभाग के अधिकारी बेखबर हैं। ग्राम बोबई में लंपी वायरस के संक्रमण से बीते दिन पांच पशुओं की दर्दनाक मौत हो गई हैं। वही ग्रामीणों ने बताया की क्षेत्र में कोई भी डॉक्टर नहीं हैं बोबई में वैक्सीनेशन करने की जरुरत हैं। जब रोग की जानकारी 1962 के डॉक्टरो को फोन लगाकर दि एवं जिसकी शिकायत 181 पर भी की गई हैं। ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा है कि इस बीमारी का जल्द से जल्द इलाज नहीं होगा तो गांव के ही नहीं बल्कि आसपास के गांव के पशुओं में भी यह महामारी फैल सकती है। जिसको रोकने के लिए ग्रामीणों ने जल्द से जल्द गांव में वैक्सीनेशन किए जाने की मांग की हैं।
*वही इनका कहना हैं* की मालथौन ब्लॉक में 12 डिस्पेंसरी हैं जिसमें चार से पांच AS डॉक्टर होना चाहिए जिसमें एक भी नही हैं, बीना की मैडम को एक्स्ट्रा चार्ज दे दिया गया हैं ABFO, 16 हैं जिसमेंमालथौन मालथौन, बांदरी, रजवांस, तीन ही हैं, फ़ोर्ट क्लास दो होना चाहिए जिसमें एक ही हैं, दो PTS हैं, दो पार्ट टाइम हैं। स्टॉप की समस्या पूरे ब्लाक में हैं बरसात के मौसम में तरह तरह की बीमारी उत्पन्न होती हैं, साथ में लंपी वायरस के केस भी देखने को मिल रहे हैं। *ऊदल सींग “सहायक पशु चिकित्स क्षेत्र अधिकारी” मालथौन*