पण्डोखर सरकार धाम में हजारों भक्तों ने गुरुपूर्णिमा पर श्री गुरुशरण जी महाराज से कानमंत्र दीक्षा प्राप्त की
पण्डोखर (दतिया) – विश्वविख्यात त्रिकालदर्शी गृहस्थ संत पण्डोखर सरकार धाम पीठाधीश्वर श्री गुरुशरण जी महाराज के सान्निध्य में देश विदेश के हजारों भक्तों ने पण्डोखर धाम में गुरुपूर्णिमा महोत्सव में भाग लेकर गुरू पूजन कर मंत्र दीक्षा प्राप्त की।
श्री गुरुशरण जी महाराज के शिष्य एवं पण्डोखर धाम के संस्थापक ट्रस्टी मुकेश कुमार गुप्ता (सागर) ने उक्त जानकारी देते हुए बतलाया कि दो दिन पूर्व से ही देश विदेश के विभिन्न क्षेत्रों से श्री गुरुशरण जी महाराज के शिष्यों और पण्डोखर धाम से जुड़े भक्तों के आने का सिलसिला प्रारंभ हो गया था। गुरुपूर्णिमा पर अल सुबह से ही हजारों भक्तों ने पावन पुष्पावती नदी में स्नान करना प्रारंभ कर दिया था। गुरु पूर्णिमा पर सुबह श्री गुरुशरण जी महाराज ने भी पुष्पावती नदी में भक्तों के साथ स्नान कर आश्रम प्रक्षेत्र में स्थित सभी मंदिरों में जाकर दर्शन अभिषेक कर पूजन किया। तत्पश्चात श्री गुरुशरण जी महाराज ने अपने गुरुस्थान बरहा धाम पहुंचकर अपने आराध्य श्री हाथीवान महाराज के दर्शन कर पूजन किया।
गुरुपूजन के पूर्व श्री गुरुशरण जी महाराज का उनके शिष्यों ने अभिषेक कर पूजन किया। धाम के मुख्य आचार्य पं. उमाशंकर शास्त्री ने पूर्ण विधि विधान से सहयोगी आचार्यों के साथ पूजन विधि संपन्न कराई। सर्वप्रथम दरबार में देश दुनिया से आए दीक्षा प्राप्त शिष्यों ने अपने सद्गुरु भगवान श्री गुरुशरण जी महाराज का विधिवत पूजन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके पश्चात विगत वर्ष और उसके पूर्व लंबे समय से दीक्षा प्राप्त करने की प्रतीक्षा कर रहे भक्तों को श्री गुरुशरण जी महाराज ने कान मंत्र दीक्षा प्रदान कर उन्हें अपना शिष्य बनाया तथा इस वर्ष दीक्षा प्राप्त करने के इच्छुक हजारों भक्तों को भी देर रात्रि तक कान मंत्र दीक्षा प्रदान कर उन्हें अपना शिष्य स्वीकार कर आशीर्वाद प्रदान किया। पण्डोखर धाम स्थित श्रीबालाजी मंदिर , सदाशिव पाण्डेश्वर महादेव मंदिर , श्रीहनुमानजी पण्डोखर सरकार व मंशापूर्ण व दादा गोरम हनुमान के मंदिरों में दर्शा करने सहित द्वादश ज्योतिर्लिंगों और माता महाकाली के श्रृंगार दर्शन करने के लिए लिए सुबह से देर रात्रि तक पण्डोखर धाम में भारी संख्या श्रद्धालुओं की भीड़ रही जिसे स्थानीय पुलिस प्रशासन के योजनाबद्ध सहयोग से नियंत्रित किया गया।
गुरुपूर्णिमा महोत्सव के अवसर पर आश्रम प्रक्षेत्र में भक्तों के द्वारा दिन भर भजन – कीर्तन , अखण्ड रामायण पाठ , हवन किया गया। कान मंत्र दीक्षा प्राप्त करने वाले भक्तों ने दीक्षा पश्चात अपने गुरुमंत्रों से यज्ञ हवन में आहुतियां समर्पित कीं तत्पश्चात अपने सद्गुरु के सान्निध्य में सभी शिष्यों ने भंडारे में प्रसादी गृहण की। उल्लेखनीय है कि पण्डोखर धाम में भक्तों की अधिक संख्या होने के कारण देर रात्रि तक मंत्र दीक्षा समारोह चलता रहा। इस अवसर पर नेपाल , दुबई , अमेरिका , थाईलैंड , कनाडा , कुवैत आदि देशों सहित देश दूरस्थ प्रदेशों के हजारों भक्तों – शिष्यों , केंद्र व अनेक राज्यों के जनप्रतिनिधियों , पूर्व मंत्रियों , शासन प्रशासन के अधिकारियों , सामाजिक , राजनीतिक और व्यावसायिक संगठनों के पदाधिकारियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।