एक ही परिवार के चार लोगों की संदिग्ध हालत में मौत
सामूहिक आत्महत्या की संभावना
खुरई।सागर जिले के खुरई से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक परिवार के चार सदस्यों के की मौत हो गई है प्रथम दृष्टि मामला सामूहिक आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है घटना खुरई शहरी थाना क्षेत्र के टीहर गांव की है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने चारों के शव को बरामद पर पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी में रखवा दिया है, जिसका पीएम किया जाएगा. चारों की जान कैसे गई इसके कारणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. मृतकों में एक शख्स उसकी मां और दो बच्चे शामिल हैं।
खेत में बने मकान में रहता था परिवार
घटना शुक्रवार देर रात की बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि परिवार टीहर गांव से दूर खेत में बने मकान में रहता था. जानकारी के अनुसार, टीहर गांव में बीती रात एक खेत में बने मकान में रहने वाले मनोहर सिंह लोधी की मां तथा बेटे के शव मिले है वही मनोहर तथा उसकी बेटी को गंभीर हालत में अस्पताल भेजा गया जहां उन दोनों ने भी दम तोड़ दिया घटना की वजह फिलहाल अज्ञात बताई जा रही है. मनोहर की पत्नी कुछ दिन पहले मायके गई हुई थी.
घटना के समय परिवार में मनोहर की मां फूलरानी लोधी (70), उसकी बेटी शिवानी (18), उसका बेटा अनिकेत (16) घर में मौजूद थे. घटना स्थल पर फूलरानी ओर उसके पोते अनिकेत की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि शिवानी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई. मनोहर को गंभीर हालत में सागर रेफर कर दिया गया था. जिसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचा
मृतक मनोहर सिंह लोधी के बड़े भाई नंदराम सिंह लोधी ने बताया कि, “वह चार भाई हैं, जिसमें दो भाई गांव में रहते हैं और दो भाई गांव के पास ही खेत में बने मकान में रहते हैं. मनोहर सिंह लोधी के मकान के ऊपर उनका एक भाई रहता है. जब उसे परिवार में नीचे उल्टियां होने की आवाज आई तो उसने जाकर देखा और पास में रहने वाले को सूचना दी. इसके बाद उसने फोन पर मुझे जानकारी दी. सबसे पहले मनोहर ओर बेटी लड़की शिवानी को अस्पताल पहुंचाया. जबकि उसकी मां और उसके भतीजे की मौके पर ही मौत हो चुकी थी. फिलहाल घटना का कारण नहीं पता है.”
खुरई सिविल अस्पताल की ड्यूटी डॉक्टर वर्षा केशरवानी ने बताया कि, बीती रात चार लोगों को अस्पताल लाया गया था जिसमें से दो लोग मृत हालत में अस्तपाल आए थे. एक लड़की और उसके पिता की हालत गंभीर थी. लड़की और उसके पिता को सागर रेफर कर दिया गया था, लेकिन लड़की ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया और उसके पिता ने रास्ते में एम्बुलेंस में दम तोड़ दिया. चारों शवों को मर्चुरी में रखवा दिया गया है.” खुरई शहरी थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह दांगी ने बताया कि, “घटना की सूचना के बाद टीम को मौके पर भेजा गया था,किस कारण से घटना हुई इसका अभी पता नहीं चला है. पूरे मामले की जांच की जा रही है.”
सुसाइड नोट में भैंस- पड़िया, कर्ज, पूजा की सामग्री के बंटवारे से लेकर तेरहवीं का जिक्र
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है । जिसे शिवानी या अनिकेत ने लिखा है। उसमें उल्लेख है कि हम लोगों के मरने के बाद जमीन ज्यादा पर मां यानी द्रौपदी लोधी का कोई हक नहीं रहेगा। नोट में आगे लिखा है कि घर में जो भी पैसे चल-अचल संपत्ति है, वह बुआ, चाचा और बड़े पापा चाचा को बांट दी जाएं। जैसे कि 3 भैंस में से एक – एक बुआ व चाचा को दी जाए। उनकी पड़िएं (भैंस की बछिया) बड़े पापा को दी जाएं। घर के पूजा के बर्तन व अन्य सामग्री गांव के पंडित जी को दी जाए। पापा (मनोहर) के फोन- पे एकाउंट में 68 हजार रु. हैं। जिसका पासवर्ड बड़े पापा के जैसा है। दादी के चार जेवर चारों बुआओं लक्ष्मी, शीला, शिवकली व अंतिम को दिए जाएं। हमारे हिस्से की जमीन चाचा व बड़े पापा के हक्क में रहेगी। अल्मारी में 1.20 लाख रु हैं। वह हमारी दिन तेरहवीं पर खर्च किए जाएं। मामा से 2 लाख रु का कर्ज लिया था। पापा ने 2.40 लाख रु. चुका दिए हैं।
तीन पीढ़ियों के सुसाइड लैटर में जमीन, भैंस- पड़िया, कर्ज, पूजा की सामग्री के बंटवारे से लेकर तेरहवीं के खर्च तक का जिक्र है।