केसली के ग्राम सिंगपुर की स्कूल में बच्चों को फेंक कर दी जाती है रोटी
मीनू के आधार पर नहीं दिया जा रहा है मध्यान्ह भोजन
बुंदेलखंड एक्सप्रेस न्यूज़
सागर/केसली विकासखंड के ग्राम पंचायत सिंगपुर के ग्राम सिंगपुर में करीब 20 वर्षों से एक ही व्यक्ति द्वारा शासकीय प्राइमरी स्कूल, मिडिल स्कूल, आंगनबाड़ी के बच्चों को मध्यान्ह भोजन के संचालन का कार्य किया जा रहा है परंतु वर्षों से आज दिनांक तक मीनू के आधार पर भोजन उपलब्ध नहीं कराया जाता। यहां तक पूरे बच्चों को एक रोटी भी नहीं मिल पा रही है। बच्चों को यहां पर परोसी जाने वाली सब्जी कुछ इस तरह की होती है कि उसे जानवर भी नहीं खा सकते। यहां बच्चों को रोटी फेंक कर दी जाती है और सब्जी में कोई भी मसाला नजर नहीं आता। यहां ना तो बच्चों को बैठने के लिए टाट पट्टी है। और ना ही भोजन के लिए थाली उपलब्ध कराई जाती है। जब इस संबंध में सिंगापुर के सरपंच प्रतिनिधि कैलाश सिंह राजपूत ने स्कूल जाकर निरीक्षण किया तो सारी सच्चाई सामने आ गई। इस संबंध में सरपंच प्रतिनिधि का कहना है कि सिंगपुर के स्कूल में समस्त भाजपा कार्यकर्ताओं और प्रशासनिक अधिकारियों, कर्मचारियों के बच्चों का एडमिशन किया जाना चाहिए। ताकि उन्हें इस बात का एहसास हो सके। उन्होंने आगे कहा कि इस भाजपा शासनकाल में और कितना भ्रष्टाचार होगा, कितना जनता को लूटा जाएगा। कम से कम बच्चों के साथ तो भेदभाव ना किया जाए वह तो देश के भविष्य हैं। उन्होंने आगे कहा कि जब बच्चों को शुरू में ही खाना पीना अच्छा नहीं मिलेगा तो वह कैसे विकास करेंगे। साथ में स्कूल तो विद्या का मंदिर होता है जहां बच्चों को संस्कार दिए जाते हैं शिक्षा दी जाती है। पर यहां बच्चों को बगैर टाट पट्टी के बैठना सिखाया जा रहा है,बगैर थाली के भोजन करना सिखाया जा रहा है, रोटी फेंककर परोसना सिखाया जा रहा है। उन्होंने इस सब के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है जिनके संरक्षण में यह सब हो रहा है।
*इनका कहना है*
मैंने अभी 30 जून को स्कूल का कार्यभार संभाला है। समूह की लापरवाही की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से करेंगे।
*नरेंद्र चौरसिया हेड मास्टर*