आचार्य विद्यासागर शिक्षा प्रसार समिति द्वारा निशुल्क ढाई हजार बच्चों को स्वर्ण प्राशन दवा पिलाई
मालथौन।(सुरेन्द्र जैन)
परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के मंगल आशीर्वाद से पुष्य-नक्षत्र की पावन बेला मे ए व्ही एस समिति मालथौन द्वारा नि: शुल्क स्वर्ण-प्राशन शिविर का आयोजन पांच स्कूलों में एक साथ किया गया। जिसमें बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए बच्चों दवा पिलाई गई।जिनमें मालथौन स्थित आचार्य विद्यासागर ज्ञानपीठ, ओ०पी० राय मेमोरियल, सरस्वती शिशु मंदिर, पर्ल पब्लिक कान्वेंट स्कूल तथा बरौदियाकलाँ स्थित आचार्य विशद सागर हाई स्कूलों के लगभग २,५०० बच्चों ने हिस्सा लिया।
आचार्य विद्यासागर ज्ञानपीठ में आयोजित स्वर्ण प्रशान शिविर का शुभारंभ अतिथियों द्वारा आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज के चित्र अनावरण एवं चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। कार्यक्रम में पधारे हुए अतिथियों के स्वागत के लिए विद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।
स्वर्ण प्राशन औषधी ये लाभ है – शिविर मे ब्रह्मचारी भैया द्वारस बताया गया कि स्वर्ण-प्राशन नामक यह शुद्ध एवं पवित्र औषधि शांतिधारा गिर गौशाला बीना-बारह जी के पंचगव्य अनुसंधान केन्द्र में निर्मित होती है। स्वर्ण-प्राशन औषधि का प्रयोग जन्म से सोलह वर्ष तक के सभी बच्चों बच्चों के लिए है । यह पूर्ण रूप से प्राकृतिक है तथा इसके निम्नलिखित लाभ हैं बच्चों की मेमोरी पावर को बढ़ाता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।शारीरिक और मानसिक वृद्धि ,हड्डियों को मजबूत बनाता है।बुद्धिमान और बलवान बनाता है
पोषक तत्वों की कमी पूरी करता है ।
कार्यक्रम में ब्रह्मचारी योगेश भैया , डॉ.पी.के.जैन, डॉ.अनिल जैन, डॉ.प्रमोद जैन, डॉ.आशीष जैन एवं डॉ.अर्पित जैन ,रवि सीपुर ,अरविंद सिंह सिसोदिया ,मुंशी रजक ,प्रदीप मालवीय ,पदम् चौधरी ,अमन मोदी ,प्रशांत मोदी तथा अभिभावक गण , गणमान्य जन शामिल हुए।