गौरझामर—–गौसेवा की अनूठी मिसाल यह गौशाला कर रही है बुंदेलखंड का नाम रोशन…
गौरझामर। (अखिलेश जैन )
राष्टीय राज मार्ग पर घायल जंगली जानवरों एवं लावारिस गायों का सहारा बनी आचार्य श्री विद्यासागर दयोदय गौशाला गौरझामर राष्ट्रीय राजमार्ग से 2 किलोमीटर रहली गौरझामर मार्ग के मध्य खोड़ी तिराहा पर स्थित है।
लगभग 8 एकड़ रकवा में फैली गौशाला जिसका नाम अल्प समय में ही संपूर्ण मध्यप्रदेश में सेवा भाव के लिए मसहूर हो गया ।
राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर घायल गोवंश एवं वन्य प्राणियों को गौशाला की एंबुलेंस ही गौशाला तक पहुँचाकर यहां के सेवाभावी लोग सेवा में जुट जाते है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 44 सागर से राजमार्ग लगभग 100 किलोमीटर का दायरा है जिसके मध्य निराश्रित गोवंश जो किसी वाहन की टक्कर से घायल हो जाने पर जिनकी देख रेख उपचार एवं जीवन पर्यंत तक सेवा इसी गौशाला में की जाती है
गौशाला में
अस्पताल का संचालन भी होता है इसी गौशाला के प्रांगण में हजारों से अधिक गोवंश है
अस्पताल बिल्डिंग के अलावा बगीचा एवं हरा चारा लगाने के लिए 4 एकड़ से ज्यादा भूमि गौशाला समिति के पास है
अखलेश जैन बुंदेलखंड एक्सप्रेस न्यूज.कॉम गौरझामर