मालथौन की नवगठित तेरह ग्राम पंचायतों में पहली बार डाले जाएंगे वोट
■सागोनी ग्राम पंचायत चुनाव पर टिकी सबकी निगाहें
मालथौन। त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव 2022 में मालथौन विकासखंड की नवगठित तेरह ग्राम पंचायतों में मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे।
तो वहीं मालथौन विकासखंड की ग्राम पंचायत सागोनी के सरपंची चुनाव पर सबकी नजरें रहेंगी।
मालथौन विकासखंड की बड़ी ग्राम पंचायत मालथौन, बांदरी एवं बरोदिया कलां को हाल ही में नगर परिषद का दर्जा मिला है ।उक्त ग्राम पंचायतों को नगर परिषद बनाये जाने एवं नवगठित नगर परिषद में अन्य पंचायतों को शामिल किए जाने से मालथौन जनपद की कुल 62 ग्राम पंचायतों में से मात्र 41 ग्राम पंचायतें शेष रह गई थी।शेष बड़ी ग्राम पंचायतों का विघटन करके 13 नवीन ग्राम पंचायतों का सृजन हुआ है । इस प्रकार अब मालथौन विकास खंड में कुल 54 ग्राम पंचायतें हो गई है।उक्त नवीन ग्राम पंचायतों में मतदाता पहली बार अपना सरपंच चुनेंगे।
मालथौन जनपद पंचायत क्षेत्र की नवगठित ग्राम पंचायतों में किशनगढ़ ,सेमराकाछी ,बरोदिया गुसाईं,देवपुरा,रामछायरी, खेराई,नीमखेड़ा,तिगरा खुर्द ,मुहलीबुज़ुर्ग,जुझारपुरा,चकेरी,
दुगाहाखुर्द ,एवं मुहली पिठोरिया ग्राम पंचायतों को सृजित किया गया है ।इन ग्राम पंचायतों की आरक्षण प्रकिया भी संपन्न हो गई है,जो चुनाव पूर्ण होते ही उक्त ग्राम पंचायतें अस्तत्व में आ जाएंगी।
नवगठित ग्राम पंचायतें क्रमशः सीपुर,हरदोट, भेलैया, पातीखेड़ा, बमनोरा,मड़ैयामाफी ,समसपुर,रेडोनमालगुजारी,बीजरी,चंद्रापुर,पथरिया चिंटांई,दुगाहा कलां एवं कोलुआ ग्राम पंचायतों के सम्लित ग्राम थे जो अब ग्राम पंचायत मुख्यालय बनाये गए है।
उल्लेखनीय है कि नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने खुरई विधानसभा क्षेत्र में विकास को मद्देनजर रखते हुए विधानसभा क्षेत्र में तीन नवीन नगर परिषदों का गठन कराया है ।नवीन नगर परिषदों के अस्तत्व में आते ही यहां विकास कार्य प्रारंभ हो चुके है।
सागोनी ग्राम पंचायत पर रहेगी नजर-
—————-
मालथौन विकासखंड की ग्राम पंचायत सागोनी पर इस बार सभी की नजर टिकी हुई है,नजर इसलिए क्योंकि हाल ही में सागोनी गांव के कद्दावर माने जाने वाले नेता स्व.अशोक चौबे की हत्या कर दी गई थी,परिजनों ने हत्या को पंचायत चुनाव की रंजिस से जोड़ा था और आरोप भी लगाये थे किंतु पुलिस ने जिस अंदाज में चौबे हत्याकांड का खुलासा किया था वह परिजनों के साथ-साथ क्षेत्र की जनता को भी हजम नहीं हुआ और आज भी इस क्षेत्र की जनता चौबे हत्याकांड के असल आरोपियों के खुलासे के इंतजार में है।पंचायत आरक्षण में इस पंचायत को पुनः अनारक्षित सीट घोषित किया गया है,यह तय माना जा रहा है कि पूर्व की भांति इस बार भी स्व.अशोक चौबे की बहू ग्राम पंचायत में सरपंच पद के लिए नामांकन दाखिल कर सकती है ?