पर्युषण पर्व पर पाठशाला की बेटियों ने मचाई धूम
■ मंदिर में श्रंगार क्यों?विषय पर दी अनुकरणीय प्रस्तुति
मालथौन।मनीष पटवा
-नगर में पर्युषण पर्व पर जैन मंदिरों में रोजाना पाठशाला के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक ,धार्मिक नाट्य नृत्य प्रस्तुतियां पेशकर धूम मचाई जा रही है।
पर्युषण पर्व पर जिनालयों में दस धर्मो की आराधना विशेष भक्ति भाव रूप से की जा रही है। इस दौरान सुबह से देर रात तक अनेक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
शाम को जिनेद्र भगवान की संगीतमय भव्य महा आरती के उपरांत वचनिका का वाचन हो रहा है। इसके पश्चात पाठशाला परिवार द्वारा धार्मिक ,सांस्कृतिक नाट्य और नृत्य आदि पर प्रतियोगिता आयोजित कर बच्चों को एक मंच मिल रहा हैं ।
जिस पर समाज के समक्ष अपनी कला का कुशल और कौशल प्रदर्शन रख रहे हैं।
रविवार शाम को गंज मंदिर में पाठशाला के बच्चों द्वारा मंदिर में श्रंगार क्यों ? विषय पर अनुकरणीय नाट्य के माध्यम से प्रस्तुति दी। इन बेटियों द्वारा कुमारी सोनाली सेठ ,टिया मोदी ,रोशनी मोदी ,रानू सैनी ,अनी सेठ ,रोम्यां जैन द्वारा सुंन्दर , सराहनीय और अनुसरणीय प्रस्तुति दी गई ।
उक्त नाट्य की तैयारी पाठशाला की बहिन निशी चौधरी और नैंसी चारौधा द्वारा कराई गई।कार्यक्रम का शुभारंभ बच्चों द्वारा मंगलाचरण प्रस्तुत कर किया गया। और अंत मे एक मिनिट प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसमे बच्चों महिलाओं ने भाग लिया।
भगवान आदिनाथ का लगा समवशरण-
उत्तम तप धर्म पर प्रातः बेला में भगवान आदिनाथ का समवशरण का विस्तार हुआ उसके उपरांत भगवान आदिनाथ की प्रतिमा को पांडुशिला पर विराजमान कर रजत कलशों से अभिषेक हुआ इसके उपरांत श्रीजी की शांतिधारा संपन्न हुई जिसमे सेठ सजंय कुमार और अजित कुमार पैट्रोल पम्प को सौभाग्य प्राप्त हुआ।