मालथौन ब्लाक का खटारा एजुकेशन सिस्टम
■मनमाने तरीके से हो गईं अतिथि शिक्षकों की भर्तियां
■शिक्षकों के डेली अप-डाउन से बच्चों का भविष्य गर्त में
मालथौन। मालथौन ब्लाक में एजुकेशन सिस्टम खटारा हो चला है,स्कूलों में शिक्षक समय से नही पहुँच रहे ,शिक्षकों के डेली अपडाउन के कारण अनेक शालाओं के दोपहर में ताले खुलते है ।वहीं क्षेत्र के बेरोजगार हुए युवकों द्वारा अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में भी बड़े गंभीर आरोप लगाये गए है।मालथौन ब्लाक की एजुकेशन सिस्टम के जिम्मेदार अधिकारी ने समूचे ब्लाक की शिक्षा व्यवस्था के सिस्टम को खटारा बना कर रख दिया है।
मालथौन ब्लाक में शिक्षकों की नवीन पदस्थापना में अनेक शिक्षकों ने शालाओं में जॉइनिंग दी है।लेकिन बताया जा रहा है कि नवीन पदस्थापना बाले 95 प्रतिशत टीचर्स डेली अपडाउन कर रहे है नजीजतन स्कूलों को शिक्षक तो मिल गये लेकिन उनकी उपस्थिति न होने अथवा लेट लतीफी के कारण छात्रों को नये शिक्षकों का कोई लाभ नही मिल पा रहा है।
मध्यप्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अतिथि शिक्षकों का मानदेय दोगुना करने की घोषणा करने के बाद अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पर सवालिया प्रश्न चिन्ह उठने लगे है।अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में मनमानी के आरोप लग रहे है।
नियमो को दरकिनार कर अपने सगे सम्बंधियों की नई भर्ती करने के मामले सामने आ रहे हैं।
मालथौन ब्लॉक में हो रही अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में उम्मीदवार अतिथि शिक्षकों ने गंभीर आरोप लगाए है।
बरोदिया कलां संकुल की प्राथमिक शाला बरोदिया कलां में एक अतिथि शिक्षक भर्ती की डिमांड पोर्टल पर शो हो रही थी जहां अतिथि शिक्षकों के उम्मीदवारों ने आवेदन किये किंतु यहां अपने करीबी को पुराने अतिथि पैनल में जगह न मिलने और अतिथि शिक्षक में भर्ती न होने की दशा में यहां की प्रधानाध्यपिका ने छात्र उपस्थित रजिस्टर से अचानक पांच छात्रों के नाम काट दिये जिससे यहां होने बाली अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया ही रुक गई ।ऐसी शिकायत बरोदिया कलां के अतिथि शिक्षक उम्मीदवार सोमेश वैध ने सीएम हेल्पलाइन में की है।यहां जांच का विषय है कि छात्र दर्ज संख्या के आधार पर ही अतिथि शिक्षकों की भर्ती होती है लेकिन पांच छात्रों का अचानक नाम काटना दुर्भावना पूर्ण की गई कार्यवाही लगती है कौन वह पांच छात्र है जो अचानक बाहर पड़ने चले गये।या पूर्व से ही बाहर थे सिर्फ नाम प्राथमिक बालक शाला बरोदिया कलां में दर्ज थे, इसकी सूक्ष्मता से जांच होनी चाहिये।
बताया जा रहा है कि अभी भी अनेक ऐसी शालायें है जहां छात्रों के नाम तो उपस्थिति रजिस्टर पर दर्ज है लेकिन ऐसे छात्र सालों से स्कूल नही आते।
वहीं मालथौन की बात करें तो यहां भी पुराने अतिथि शिक्षकों को वरीयता न देते हुए उनकी जगह जिम्मेदार अपने पुत्र पुत्री पत्नी रिश्तेदारों को प्राथमिकता देने में लगे है। जबकि पुराने अतिथियों को बाहर का रास्ता दिखा रहे है अब वह इधर उधर भटक रहे है। यहां तक कि कई सालों से एक अतिथि शिक्षक दिव्यांग कार्य करता आ रहा था उस अभ्यार्थी को वरीयता नहीं दी गयी।जबकि एस एम सी समिति को नियुक्ति के अधिकार है वह मैरिट के आधार पर नियुक्ति के प्रस्ताव संकुल को भेजती है। संकुल द्वारा उस प्रस्ताव के आधार पर आदेश देती हैं लेकिन कुछ समितिओ ने मनमानी कर प्रस्ताव भेजकर अपनो को नियुक्त कराने की कवायद की है। जबकि अनुभवियों को प्राथमिकता न देकर अपनो की नियुक्ति का खेल कर दिया।
ऐसे अतिथियों ने विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी से लिखित शिकायत की हैं। शिकायत पत्र में लेख है कि संकुल अंतर्गत स्कूलों में प्रधानाध्यपकों एवं स्कूली स्टाफ ने अपने सगे सम्बंधियों को अतिथि शिक्षक के पद पर नियुक्ति दिला दी है।
जबकि हम लोग पूर्व में इस पद पर कार्यरत थे हमको बाहर कर दिया गया है यहाँ जो अनियमितता की जा रही है पुराने अतिथि पैनल को मान्य नहीं किया जा रहा है। शिकायत में लेख यह भी किया कि कुछ जगह रुपये लेकर भर्ती कर रहे है।
हम लोगो के आवेदन स्वीकार नहीं किए।
अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया का हो भौतिक सत्यापन- :
मालथौन एवं बरोदिया कलां संकुल में हुई अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया का जिला शिक्षा अधिकारी अथवा अन्य वरिष्ट अधिकारियों द्वारा भौतिक सत्यापन कराया जाये तो मालथौन ब्लाक में हुये अतिथि शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े का खुलासा हो सकता है।
ऐसी ही कुछ मांग मालथौन के पीड़ित उम्मीदवारों ने की है।
इनका कहना है-
दिव्यांग लक्ष्मी रजक ने बताया कि पिछले दस बर्षो से अतिथि शिक्षक पद कार्य करता आ रहा हूँ इस बार हटा दिया जबकि रिश्तेदारों की नियुक्ति कर रहे हैं रिक्त जगहों पर कही कही स्कूलों में आवेदन नहीं लिए गए, निशक्तजन प्रमाण पत्र को स्वीकार नहीं कर रहे नवीन पत्र की मांग कर रहे है। इसकी शिकायत विकासखंड शिक्षा अधिकारी से की हैं । “लक्ष्मी रजक” अभ्यार्थी शिकायतकर्ता
इनका कहना है-
पिछले सात बर्षो से अतिथि शिक्षक पद कार्यरत रहा हूँ इस बार अलग कर दिया ,पुराने स्कोर कार्ड को मान्य नहीं कर रहे भर्ती में अनिमितताए हो रही हैं जांच की मांग की है। “” शैलेंद्र उपाध्याय” अभ्यार्थी शिकायत कर्ता
इनका कहना है-
इस सम्बंध में लिखित शिकायत प्राप्त हुई है शिकायत के आधार पर जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। “”जी पी अहिरवार “” विकासखंड शिक्षा अधिकारी मालथौन