वरिष्ठ समाजसेवी
–नहीं रहे “प्यारे-चाचा”–
पचमढ़ी के ख्याति लब्ध वरिष्ठ समाजसेवी “प्यारे चाचा”-पान वाले …90,उम्र मे परम धाम को प्राप्त हुये… उनका देहावसान की खबर लगते ही पचमढ़ी मे शोक की लहर छा गई शव यात्रा कल निज निवास से जायेगी।
प्यारे चाचा “पान”–व्यवसायी रहे और लम्बे समय तक अपने पान के लाजबाब स्वाद के लिए पहचाने जाते थे, जब पचमढ़ी मे शीतकालीन सत्र के दौरान पचमढ़ी मे मिनिस्ट्री आती थी उस समय अनेक मंत्री गण सिर्फ पान का स्वाद के लिए चाचा के पास “पान”- खाने आते रहे है…. पूर्व मँत्री श्यामाचरण जी शुक्ल से लेकर अनेक मँत्री तो प्यारे चाचा का पान के रुप मे मात्र आशीर्वाद लेने आते रहे….. “प्यारे चाचा”-पान वाले इस पर एक कविता का रुप सत्तीस बंसल ने लिखकर पम्पलेट बंटवाये वह कविता आज भी जनमानस मे तरोताजा है…. “प्यारे चाचा”-पान की दुकान मात्र अपने पान के स्वाद के लिए पहचाने जाते थे… बतौर उनको एक सिध्द कृपा के रुप मे भी आशीर्वाद प्राप्त होने के साथ अनेक लोग अपनी अपनी समस्याओं से रुबरु होकर उस समस्याओं का निजात केसे मिले अपनी समस्याओं को लेकर आते थे और उनकी कामनाएं पूरी होती थी।
पचमढ़ी नगर मे जेसे ही उनके निधन का समाचार लगा लोग निज निवास पर एकत्रित होने लगे।
उनके पीछे भरापूरा परिवार तीन पुत्री और एक ज्येष्ठ पुत्र राजेंद्र जायसवाल है।
अनेक शुभचिंतकों ने उनके निधन पर शोक संवेदनाएं प्रगट की शव यात्रा कल निज निवास से जायेगी।
विदित जानकारी के अनुसार निज निवास पर श्रृध्दाजंली सभा का आयोजन किया गया वही गणमान्य जनों ने शोक संवेदनाऐ व्यक्त की।
वही इलाहाबाद मे अस्थी विर्सजन का कार्यक्रम हुआ